भारत की आजादी का सर्वप्रथम बिगुल जिसने बजाया था,
वह वीर सिद्धू ,कानू ,चांद ,भैरव आपस में सब भाई था.
हजारों सैनिकों की फौज खड़ा कर अंग्रेजों का नींद उड़ाया था ,
यह भूमि मेरी मातृभूमि है यह एहसास दिलाया था .
अन्ग्रेजो को जब तक ना भगाया इन्हें नींद कहां पर आया था.
गरीब किसानों के जीवन पर कर्ज का जब बादल मन्डराया था ,
इन्हीं क्रांति वीरों ने इन्हें अंग्रेजों से बचाया था .
भारत की आजादी का सर्वप्रथम बिगुल जिसने बजाया था ,
वह वीर सिद्धू कानू चाँद भैरव आपस में सब भाई था.
जल,जंगल,जमीन की खातिर जिसने अपना जीवन गंवाया था,
अपने तीर के बल पर अंग्रेजों को नानी याद दिलाया था .
किसीने कहा आजादी तो चरखे से आया था,
तो इन वीरों ने तीर क्या अंग्रेजों के स्वागत में चलाया था .
हूल की हुंकार भरो और दहाड़ कर कहो आजादी तो तीर से ही आया था.
भारत की आजादी का सर्वप्रथम बिगुल जिसने बजाया था,
वह वीर सिद्धू कानू चांद भैरव आपस में सब भाई था.
गुरुकुल एकेडमी के विद्यार्थियों ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस..!
साहिबगंज :- 21/06/2021. करे योग रहे निरोग, इसी मंत्र के साथ बरहेट प्रखंड के गुरुकुल एकेडमी के विद्यार्थियों द्वारा योग, आसन, व्यायाम व सूर्य नमस्कार कर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया..! योग शिक्षक राजू कुमार ने कहा कि योग सभी प्रकार के कष्टों के निवारण में सक्षम है. आज प्रत्येक व्यक्ति शारीरिक व मानसिक रूप से बीमार है .सभी शांति की खोज में इधर-उधर भटक रहे हैं .ऐसी परिस्थिति में योग ही एकमात्र उपाय है जो हमें शांति के मार्ग पर ले जा सकती हैं..!
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वर्तमान शिक्षा का उद्देश्य..!
बढ़ती बेरोजगारी का मुख्य कारण हमारी वर्तमान शिक्षा व्यवस्था है. आज का समय सिर्फ किताबी ज्ञान की ही नहीं बल्कि व्यवहारिक ज्ञान की होनी चाहिए .अब हमें हमारे विद्यार्थियों को सिर्फ कापी,कलम व किताबों तक ही सीमित नहीं रखना चाहिए. बल्कि उन्हें रोजगार परक शिक्षा प्रदान करनी चाहिए. यानी कॉपी, कलम व किताब के साथ-साथ कार्य कौशल की शिक्षा प्रदान करनी चाहिए. बढ़ती बेरोजगारी वर्तमान युवाओं के मन पर बहुत ही गहरा प्रभाव डाल रहा है. वह स्वयं को इतना कमजोर व असहाय महसूस करता है की अब वह स्वयं को समाप्त करने में ही अपनी भलाई समझने लगा है . अब शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ प्रमाण पत्र देना ही नहीं बल्कि जीविका को चलाने वाली होनी चाहिए. पढ़ाई समाप्ति के साथ ही अगर युवाओं को रोजगार प्राप्त हो जाए तो हमारा देश व समाज बहुत सारी बुराइयों व समस्याओं से बाहर आ जाएगा . अब हमें मिलकर मौजूदा शिक्षा अवस्था को बदलना पड़ेगा .अब हमें प्रमाण पत्र वाली शिक्षा व्यवस्था से निकलकर कार्य कौशल वाली शिक्षा व्यवस्था को अपनाना पड़ेगा .अब बच्चों के अंदर बचपन से ही उनके पसंद और उसी रुचि के विषय पर विशेष ध्यान देकर उन्हें उसी विषय का विशेषज्ञ बनाने पर ध्यान देना पड़ेगा .इस विषय पर शिक्षक ,समाज व सरकार को एक साथ मिलकर चिंतन करने की आवश्यकता है..!
माँ का दुलार व पत्नी का प्यार..!
व पत्नी की क्या माया है..!
एक धरती पर लाया तो
दूसरे ने साथ निभाया है..!!
एक माँ जिसने तुम्हारी
काया को रगड़-रगड़ नहलाया है,
तो दूसरे ने मन के बोझो को
कोसों दूर भगाया है.
जब डरा करते थे बचपन में
पल्लू में मां ने छुपाया है ,
वह त्याग कम है क्या
जो तुम्हारा साथ निभाने
अपनों से दूर आया है.
तुमने तो मां का दुलार
व पत्नी का प्यार पाया है,
फिर क्यों अपना चेहरा
रुमाल से छुपाया है,
ओ मां ने मारी
व पत्नी से डांट खाया है,
जरूर तुमने व्रत वाले दिन
बिना नहाकर खाया है .
दोष तो अपना है
और कहते हो सब पराया है,
तो सुनो-नसीब वालों ने ही
मां का दुलार व पत्नी का प्यार पाया है..!
मेरा सपना :- अखंड भारत..!
अखंड भारत की दिशा में
राष्ट्र ध्वज लहराया है..!
आज काश्मीर का दिल जीत कर
माँ भारती का सम्मान बढ़ाया है...!
अनेको हुए बलिदान यहां पर,
अनगिनतो ने गोली खाई है..!
बहुतों ने अपने रिश्ते खोये,
लाखों ने रक्त बहायी है...!!
मेरी मातृभूमि
केवल जमीन का टुकड़ा नहीं ,
यह त्याग व समर्पण की कमायी है ..!
अब राष्ट्र को और टूटने ना देंगे,
यह कसम हमने खाई है...!!
अखंड भारत की दिशा में
राष्ट्र ध्वज लहराया है..!
आज काश्मीर का दिल जीत कर
माँ भारती का सम्मान बढ़ाया है...!
घाटी भी अब जाग उठा है,
राष्ट्र भक्तों के गान से..!
अब ना रुकने वाले हैं हम ,
फहरेगा तिरंगा शान से ...!!
आतंक भी अब कांप उठा है ,
सेना के वीर गान से ..!!!
हमने भी जीवन त्याग दिया है,
राष्ट्र धर्म के नाम से...!!!!
अखंड भारत की दिशा में
राष्ट्र ध्वज लहराया है..!
आज काश्मीर का दिल जीत कर
माँ भारती का सम्मान बढ़ाया है...!
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