09 मई 2021

आलेख :- डॉ० सूर्यानंद प्रसाद "सूरज" { बी०एच०एम०एस० (बी०यू०) }

डॉ० साहेब कहिन..!
गंभीर बीमारी टाइफाइड, जिसका समय पर उपचार न होना जानलेवा भी हो सकता है  टाइफाइड बुखार गंभीर चिंता का विषय है, हर 10 में 5 लोग टाइफाइड से ग्रसित हैं। घबराए नहीं इसका कारगर इलाज होम्योपैथिक चिकित्सा में मौजूद है। दरअसल टाइफाइड बुखार एक संक्रमण है, जो सलमोनेल्ला टाइपिंग नामक बैक्टीरिया से होता है। इसे मियादी या आंत्र ज्वार भी कहते हैं। सलमोनेल्ला टायफी केवल मानव मात्र में ही पाया जाता है। आंत्र ज्वर (टाइफायड) से पीड़ित व्यक्ति की रक्तधारा और धमनी मार्ग में जीवाणु प्रवाहित होते हैं। पीड़ित व्यक्तियों को लगातार 103 डिग्री फॉरेनहाइट से 104 डिग्री फॉरेनहाइट या कभी-कभी लो फीवर, जैसे :- 96.5 डिग्री का बुखार रहना है, कमजोरी, भूख की कमी, पेट में दर्द ,सिर में दर्द ,पूरे शरीर में दर्द, मितली या उल्टी होना, अत्यधिक कमजोरी होना इत्यादि लक्षण होते हैं। इसके साथ ही कुछेक 'संवाहक' कहलाने वाले व्यक्ति आंत्र ज्वर (टाइफायड) से ठीक तो हो जाते हैं किन्तु फिर भी उनमें जीवाणु समाप्त नहीं होता। इस प्रकार बीमार और संवाहक दोनों ही व्यक्तियों के मल से सलमोनेल्ला टायफी निसृत होती है (निकलती है)। सलमोनेल्ला टायफी फैलाने वाले व्यक्तियों द्वारा प्रयोग किये अथवा पकड़े गये खाद्य अथवा पेय पदार्थ पीने या सलमोनेल्ला टायफी से संदूषित पानी से नहाने या पानी से खाद्य सामग्री धोकर खाने से आंत्र ज्वर (टाइफायड) हो सकता है। अतः आंत्र ज्वर (टाइफायड) संसार के ऐसे स्थानों में अधिक पाया जाता है जहां हाथ धोने की परम्परा कम पायी जाती है तथा जहां पानी, मलवाहक गंदगी से प्रदूषित होता है। जैसे ही सलमोनेल्ला टायफी जीवाणु खायी या पी जाती है वह रक्त धारा में जाकर कई गुणा बढ़ जाती है। पैथोलॉजीकल जांच करा कर आप इसे सत्यापित कर सकते हैं कि आप टाइफाइड के मरीज हैं इसका टेस्ट "विडाल टेस्ट" के नाम से करा सकते हैं।
घबराए नहीं इसका समुचित और कारगर इलाज होम्योपैथी पद्धति में है। 
लक्षणानुसार :-
1.Baptisia 200 दिन में दो बार सुबह-शाम दो बूंद।
2. Bryonia 200 दोपहर दो बूंद।
3. Gelsemium 200+Rhus tox 200 रात दो बूंद।
4. Belladonna 30 प्रत्येक चार - चार घंटे पर दो बूंद।
5. Andrographis p Q 10 बूंद दवा आधा कप सुसुम पानी के साथ तीन बार।
( आप इन दवाओं का इस्तेमाल लक्षणों के आधार पर अपने नजदीकी होम्योपैथिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार सेवन करें।) 
( विस्तृत जानकारी व परामर्श हेतु संपर्क करें..! )
डॉ० सूर्यानंद प्रसाद "सूरज"
पोद्दार होमियो क्लिनिक, चैती दुर्गा के सामने, साहिबगंज । 
संपर्क सूत्र :- 9801365429
ईमेल:-  suryanand78792@gmail.com

डॉ० साहेब कहिन
आज दुनिया के सामने जिस प्रकार नोबेल कोरोना वायरस की वजह से विषम परिस्थितियां उत्पन्न
 हुई है सम्पूर्ण विश्व इससे त्राहिमाम है, इस विषम परिस्थिति में विश्व के डॉक्टर्स बिभिन्न पैथी इसका इलाज खोजने में लगी है..! आज हमारा देश विश्व की सबसे बड़ी वैक्सीनेशन योजना पर काम कर रही है..! अगर होम्योपैथिक पद्धति की बात करें तो आज यह पद्धति भी पीछे नहीं है, जब नोबेल कोरोनावायरस का संक्रमण फैलने लगा तभी आयुष मंत्रालय भारत सरकार की यूनिट सेंट्रल काउंसिल रिसर्च फॉर होम्योपैथी (सी०सी०आर०एच० ) के वैज्ञानिकों द्वारा बताया कि आर्सेनिकम एल्बम 30 पावर दवा के इस्तेमाल से कोरोना से बचा जा सकता है..! सभी उम्र के लोग इसे ले सकते हैं, इस दवा से शरीर की इम्युनिटी पावर को बढ़ाकर कोरोना वायरस से शरीर को लड़ने की क्षमता बढ़ाता है..! यह दवा महीने में 3 दिन सुबह भूखे पेट तीन बूंद लेनी चाहिए..! 
घबराए नहीं अगर कोरोनावायरस किसी को पॉजिटिव होता है तो आप होम्योपैथिक दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं लक्षणों के अनुसार:-
कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा प्रभाव हमारे फेफड़े ,गले एवं श्वसन तंत्र पर पड़ता है ऐसे में इस महामारी में होम्योपैथी की दवा काफी कारगर है । फेफड़े की मजबूती के लिए होम्योपैथिक दवा
1.जस्टिसिया Q को 10 बूंद दवा आधा कप गुनगुना पानी के साथ दिन में 3 बार ले यह कफ बनने एवं जमने से बचाएगा ..!!
2. Antim tart 30. पावर की मेडिसिन 4 -4 घंटे पर दो बूंद लेने से यह फेफड़े के कफ को बाहर करती है..!
3.सांस लेने की दिक्कत के लिए जिन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही हो और ऑक्सीजन लेवल गिर रहा है उस स्थिति में एस्पीडोस्पर्मा Q 10 बूंद दवा आधा कप सुसुम पानी के साथ दिन में तीन बार लेने से या ऑक्सीजन लेवल को मेंटेन करता है और सांस  की कमजोरी को दूर करता है सांस लेने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होने देता है इसे सांकेतिक रूप और पर होम्योपैथी का ऑक्सीजन भी कहते हैं। साथ ही कार्बो वेज 30 की चार बूंद दवा तीन बार लेने से या ऑक्सीजन लेवल को गिरने नहीं देता है I 
यदि तेज बुखार हो कम ना हो रहा हो होम्योपैथिक दवा
Baptasia 200 सुबह-शाम दो बूंद एवं Gelsemium 200+Rhustox 200 को मिलाकर 4-4 घंटे पर दो बूंद लेने से बुखार एवं पूरे शरीर का दर्द कम होता है
Bryonia 30 सर्दी खांसी बुखार यह तीनों को कम करता है दिन में तीन बार दो-दो बूंद करके लेना चाहिए..!!
अधिक कमजोरी होने पर :- 
AlflfaQ+chinaQ+ashwgandha Q को बराबर मात्रा मैं मिलाकर 20 बूंद दवा आधा कप गुनगुने पानी के साथ लेने पर कमजोरी दूर करता है..!
नोट :- आप इन दवाओं का इस्तेमाल लक्षणों के आधार पर अपने नजदीकी होम्योपैथिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही सेवन करें..!!
( विस्तृत जानकारी व परामर्श हेतु संपर्क करें..! )
डॉ० सूर्यानंद प्रसाद "सूरज"
पोद्दार होमियो क्लिनिक, चैती दुर्गा के सामने, साहिबगंज l
संपर्क सूत्र :- 9801365429
ईमेल:-  suryanand78792@gmail.com

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